पूर्णबहादुर, मथुरा मानन्धर चसाँद्व त्वाः, येँ

सरभंग जातक

सरभंग जातक

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जातक कथा, पालिभाषा वाङ्गमय, त्रिपिटक ग्रन्थ अन्तर्गत ५५० जातक कथामा भएकाे सरभङ्ग जातक(५२२) जातक कथा

जातककाे विषय पढ्न इच्छुक भएकाहरू ।