अङ्गुत्तरनिकाय प्रथम भाग anguttara-nikaya भाषा: नेपाली पालि अनुवादक: धर्मरत्न शाक्य “त्रिशुली” पृष्ठ: 682 प्रकाशित मिती: नेपाल संवत:११२० प्रकाशक: कुलनरसिं शाक्य